ऊर्जा संसाधन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह प्राकृतिक संसाधनों से प्राप्त होती है और विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के लिए आवश्यक होती है। इस लेख में हम “Bihar Board Class 8 Social Science Chapter 1D Notes” के अंतर्गत ऊर्जा संसाधनों की विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
ऊर्जा संसाधनों का समुचित प्रबंधन और उनका संरक्षण हमारे पर्यावरण और आर्थिक विकास के लिए आवश्यक है। हमें अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए और अनवर्तनीय ऊर्जा संसाधनों के अत्यधिक उपयोग को रोकना चाहिए। इससे हम न केवल अपने पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं बल्कि एक स्वस्थ और समृद्ध भविष्य की नींव भी रख सकते हैं।
Bihar Board Class 8 Social Science Chapter 1D Notes – ऊर्जा संसाधन क्या हैं?
ऊर्जा संसाधन वे संसाधन हैं जिनसे ऊर्जा प्राप्त की जाती है। यह ऊर्जा विभिन्न रूपों में होती है, जैसे विद्युत ऊर्जा, ताप ऊर्जा, प्रकाश ऊर्जा, यांत्रिक ऊर्जा आदि। ऊर्जा संसाधनों का उपयोग मानव जीवन की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है, जैसे घरों में बिजली, उद्योगों में मशीनें चलाना, परिवहन के साधनों का संचालन आदि।
ऊर्जा संसाधनों के प्रकार:- ऊर्जा संसाधनों को दो प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:
- अक्षय ऊर्जा संसाधन (Renewable Energy Resources): ये संसाधन वे हैं जो बार-बार उपयोग किए जाने के बावजूद समाप्त नहीं होते। इनमें सूर्य, पवन, जल, बायोमास, और भू-तापीय ऊर्जा जैसे संसाधन शामिल हैं।
- अनवर्तनीय ऊर्जा संसाधन (Non-Renewable Energy Resources): ये वे संसाधन हैं जो एक बार उपयोग होने के बाद फिर से नहीं प्राप्त किए जा सकते। इनमें कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, और परमाणु ऊर्जा जैसे संसाधन शामिल हैं।
अक्षय ऊर्जा संसाधन
- सौर ऊर्जा (Solar Energy): सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त ऊर्जा है। यह सबसे अधिक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और इसे विभिन्न तरीकों से उपयोग में लाया जा सकता है। सौर ऊर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन, पानी गरम करने, और खाना पकाने में किया जाता है। सौर पैनल का उपयोग करके सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
- पवन ऊर्जा (Wind Energy): पवन ऊर्जा वायुमंडल में बहने वाली हवा से प्राप्त की जाती है। पवन ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए पवन टर्बाइन का उपयोग किया जाता है। यह ऊर्जा शुद्ध और पर्यावरण के अनुकूल होती है, लेकिन इसके लिए विशेष प्रकार की भूमि और जलवायु की आवश्यकता होती है।
- जल विद्युत (Hydroelectric Energy): जल विद्युत ऊर्जा जल के प्रवाह से प्राप्त की जाती है। यह ऊर्जा जल के बहाव से टर्बाइन चलाकर विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित की जाती है। जल विद्युत ऊर्जा का प्रमुख स्रोत बांध होते हैं, जहाँ पानी को एकत्रित करके उसकी ऊर्जा को उपयोग में लाया जाता है।
- बायोमास ऊर्जा (Biomass Energy): बायोमास ऊर्जा पौधों और जीवों से प्राप्त होती है। यह ऊर्जा कार्बनिक पदार्थों, जैसे कि लकड़ी, कचरा, और पशुओं के अवशेषों से उत्पन्न होती है। बायोमास ऊर्जा का उपयोग जलाने, बिजली उत्पादन, और ईंधन के रूप में किया जा सकता है।
- भू-तापीय ऊर्जा (Geothermal Energy): भू-तापीय ऊर्जा पृथ्वी की आंतरिक गर्मी से प्राप्त की जाती है। यह ऊर्जा ज्वालामुखी, गर्म जल स्रोतों, और गर्मी के क्षेत्रों से उत्पन्न होती है। भू-तापीय ऊर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन और गर्मी प्रदान करने के लिए किया जाता है।
अनवर्तनीय ऊर्जा संसाधन
- कोयला (Coal): कोयला एक प्रमुख अनवर्तनीय ऊर्जा संसाधन है। यह प्राचीन काल के पौधों के अवशेषों के अध:पतन से बना है। कोयला का उपयोग बिजली उत्पादन, इस्पात निर्माण, और औद्योगिक प्रक्रियाओं में किया जाता है। हालांकि, यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है क्योंकि इसके जलने से भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है।
- पेट्रोलियम (Petroleum): पेट्रोलियम, जिसे कच्चा तेल भी कहा जाता है, एक और प्रमुख अनवर्तनीय ऊर्जा संसाधन है। यह लाखों वर्षों से समुद्री जीवों के अवशेषों के अध:पतन से बना है। पेट्रोलियम का उपयोग ईंधन (जैसे पेट्रोल, डीजल, केरोसिन) और विभिन्न रसायनों के उत्पादन में किया जाता है। इसकी सीमित उपलब्धता और उच्च प्रदूषण स्तर के कारण इसका उपयोग नियंत्रित किया जा रहा है।
- प्राकृतिक गैस (Natural Gas): प्राकृतिक गैस एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है जो पेट्रोलियम के साथ पाई जाती है। यह मुख्य रूप से मिथेन गैस से बनी होती है और इसका उपयोग घरेलू और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। प्राकृतिक गैस का उपयोग बिजली उत्पादन, खाना पकाने, और हीटिंग में किया जाता है। यह कोयला और पेट्रोलियम की तुलना में कम प्रदूषणकारी होती है।
- परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy): परमाणु ऊर्जा यूरेनियम जैसे भारी धातुओं के विखंडन से प्राप्त होती है। यह ऊर्जा बहुत अधिक शक्तिशाली होती है और इसका उपयोग बड़े पैमाने पर बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है। हालांकि, परमाणु ऊर्जा के साथ सुरक्षा और विकिरण के खतरे जुड़े होते हैं, जिससे इसका उपयोग सावधानीपूर्वक किया जाता है।
ऊर्जा संसाधनों का महत्व:- ऊर्जा संसाधनों का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है। यह हमारे दैनिक कार्यों को संचालित करने, औद्योगिक उत्पादन को बनाए रखने, और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसके बिना आधुनिक समाज का संचालन असंभव है। ऊर्जा संसाधनों की उपलब्धता और उनकी गुणवत्ता सीधे तौर पर देश के विकास और उसकी समृद्धि को प्रभावित करती है।
ऊर्जा संसाधनों के उपयोग के प्रभाव:- ऊर्जा संसाधनों का उपयोग पर्यावरण पर भी गहरा प्रभाव डालता है। अनवर्तनीय ऊर्जा संसाधनों का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, जैसे कि वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन। इसके अलावा, प्राकृतिक संसाधनों की अंधाधुंध खपत भी चिंता का विषय है, जिससे भविष्य में ऊर्जा संकट की संभावना बढ़ जाती है।
अक्षय ऊर्जा संसाधन, जैसे कि सौर, पवन, और जल विद्युत, पर्यावरण के लिए अधिक अनुकूल हैं। इनका उपयोग कार्बन उत्सर्जन को कम करता है और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखता है। हालांकि, अक्षय ऊर्जा संसाधनों का उपयोग अभी भी सीमित है और इसके लिए विशेष तकनीकों और निवेश की आवश्यकता होती है।
ऊर्जा संरक्षण के उपाय:- ऊर्जा संसाधनों का संरक्षित और सतत उपयोग सुनिश्चित करने के लिए हमें निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए:
- ऊर्जा दक्षता बढ़ाना: उपकरणों और मशीनों की ऊर्जा दक्षता बढ़ाकर ऊर्जा की खपत को कम किया जा सकता है।
- अक्षय ऊर्जा का उपयोग: अक्षय ऊर्जा संसाधनों का अधिकतम उपयोग करके अनवर्तनीय ऊर्जा पर निर्भरता कम की जा सकती है।
- ऊर्जा की बचत: ऊर्जा की अनावश्यक खपत को कम करके उसकी बचत की जा सकती है, जैसे कि बिजली उपकरणों को बंद रखना जब उनकी आवश्यकता न हो।
- ऊर्जा शिक्षा: लोगों को ऊर्जा संसाधनों के महत्व और उनके संरक्षण के तरीकों के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है।
निष्कर्ष
ऊर्जा संसाधन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं और इनके बिना जीवन की कल्पना भी कठिन है। Bihar Board Class 8 Social Science Chapter 1D Notes की इस अध्याय में हमने ऊर्जा संसाधनों के विभिन्न प्रकार, उनके उपयोग, और उनके संरक्षण के तरीकों पर चर्चा की है। यह महत्वपूर्ण है कि हम ऊर्जा संसाधनों का सतत और विवेकपूर्ण उपयोग करें ताकि भविष्य में ऊर्जा संकट का सामना न करना पड़े।
bihar board class 8 social science solutions in hindi
आध्याय | अध्याय का नाम |
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1. | संसाधन |
1A. | भूमि, मृदा एवं जल संसाधन |
1B. | वन एवं वन्य प्राणी संसाधन |
1C. | खनिज संसाधन |
1D. | ऊर्जा संसाधन |
2. | भारतीय कृषि |
3 | उद्योग |
3A | लौह-इस्पात उद्योग |
3B | वस्त्र उद्योग |
3C. | सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग |
4. | परिवहन |
5. | मानव संसाधन |
6. | एशिया (no Available notes) |
7 | भौगोलिक आँकड़ों का प्रस्तुतिकरण (no Available notes) |
कक्ष 8 सामाजिक विज्ञान – अतीत से वर्तमान भाग 3 |
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सामाजिक आर्थिक एवं राजनीतिक जीवन भाग 3 |
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अध्याय | अध्याय का नाम |
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1. | भारतीय संविधान |
2. | धर्मनिरपेक्षता और मौलिक अधिकार |
3. | संसदीय सरकार (लोग व उनके प्रतिनिधि) |
4. | कानून की समझ |
5. | न्यायपालिका |
6. | न्यायिक प्रक्रिया |
7. | सहकारिता |
8. | खाद्य सुरक्षा |