घर्षण के कारण – Bihar board class 8 science chapter 6 notes

घर्षण एक महत्वपूर्ण बल है जो हमारे दैनिक जीवन में विभिन्न कार्यों को संभव बनाता है। Bihar board class 8 science chapter 6 notes में, घर्षण के कारणों और उसके प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की गई है। इस लेख में, हम घर्षण के विभिन्न पहलुओं, इसके प्रकारों, इसके लाभों और हानियों के साथ-साथ घर्षण को कम करने और बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे।

Bihar board class 8 science chapter 6 notes

घर्षण वह बल है जो दो सतहों के बीच उनके संपर्क में आने पर उत्पन्न होता है और उनके आपस में सरकने या रगड़ने का प्रतिरोध करता है। यह बल वस्तुओं के गति में बाधा डालता है और अक्सर उन्हें धीमा कर देता है या रोक देता है।

Bihar board class 8 science chapter 6 notes – घर्षण के कारण

घर्षण केवल एक बाधा नहीं है; यह जीवन को संभव बनाने वाला एक प्रमुख तत्व भी है। इसके अनुप्रयोग विविध और महत्वपूर्ण हैं, जिनमें कुछ निम्नलिखित हैं:

अपराध और फॉरेंसिक विज्ञान में घर्षण:

  • अपराध स्थलों पर फिंगरप्रिंट उठाना: फिंगरप्रिंट और सतह के बीच घर्षण की समझ से फिंगरप्रिंट का विश्लेषण संभव होता है।
  • गोली के निशान का विश्लेषण: गोली की सतह पर उपस्थित रेखाएं घर्षण के कारण बनती हैं और अपराध की जांच में मदद करती हैं।

खेलकूद में घर्षण:

  • क्रिकेट में गेंद का स्विंग: गेंद की सतह और हवा के बीच का घर्षण गेंद के स्विंग पर असर डालता है।
  • फुटबॉल और बास्केटबॉल में ग्रिप: खिलाड़ियों के जूतों और खेल के मैदान के बीच घर्षण खेल की गुणवत्ता और प्रदर्शन को प्रभावित करता है।

औद्योगिक उपयोग:

  • मशीनरी में घर्षण का प्रबंधन: मशीनों के पुर्जों के बीच घर्षण को स्नेहक का उपयोग करके कम किया जाता है।
  • निर्माण उद्योग में घर्षण का प्रयोग: निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट और रेत के बीच घर्षण संरचनात्मक स्थिरता प्रदान करता है।

यातायात और परिवहन:

  • टायर की डिजाइनिंग: टायर की सतह को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वह सड़क के साथ अधिकतम घर्षण उत्पन्न करे, जिससे वाहन का नियंत्रण बेहतर हो।
  • ब्रेक सिस्टम: ब्रेक पैड और डिस्क के बीच घर्षण बल वाहन को रोकने में मदद करता है।

घर्षण और ऊर्जा:- घर्षण का ऊर्जा पर महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। घर्षण के कारण ऊर्जा का रूपांतरण और हानि निम्नलिखित तरीकों से होती है:

  • ऊष्मा उत्पन्न करना: जब दो सतहें आपस में रगड़ती हैं, तो घर्षण के कारण ऊष्मा उत्पन्न होती है। उदाहरण के लिए, माचिस की तिल्ली को जलाना।
  • शक्ति और ऊर्जा का संरक्षण: घर्षण के कारण ऊर्जा की कुछ मात्रा ऊष्मा में परिवर्तित हो जाती है, जिससे कुल ऊर्जा में हानि होती है। इसलिए, शक्ति संचरण प्रणाली में घर्षण को कम करना महत्वपूर्ण है।
  • विभिन्न यंत्रों में ऊर्जा हानि: इंजन, गियरबॉक्स, और अन्य यंत्रों में घर्षण के कारण ऊर्जा हानि होती है। स्नेहक का उपयोग करके इस हानि को कम किया जाता है।

घर्षण के वैज्ञानिक दृष्टिकोण:- घर्षण का अध्ययन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। कुछ प्रमुख वैज्ञानिक अवधारणाएं निम्नलिखित हैं:

  • न्यूटन का तीसरा नियम: न्यूटन का तीसरा नियम कहता है कि प्रत्येक क्रिया का समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है। यह नियम घर्षण बल पर भी लागू होता है। जब एक सतह दूसरी सतह पर बल लगाती है, तो दूसरी सतह भी विपरीत दिशा में बल लगाती है, जिससे घर्षण उत्पन्न होता है।
  • कोहेशन और एडहेशन: कोहेशन का अर्थ है समान पदार्थों के अणुओं के बीच आकर्षण बल, जबकि एडहेशन का अर्थ है भिन्न पदार्थों के अणुओं के बीच आकर्षण बल। ये दोनों बल घर्षण के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • घर्षण का गुणांक (Coefficient of Friction): घर्षण का गुणांक दो सतहों के बीच घर्षण की मात्रा को दर्शाता है। इसे स्थैतिक और गतिज घर्षण के लिए अलग-अलग मापा जाता है। गुणांक जितना अधिक होता है, घर्षण उतना ही अधिक होता है।

घर्षण का पर्यावरणीय प्रभाव घर्षण का पर्यावरण पर भी प्रभाव पड़ता है। कुछ प्रमुख पर्यावरणीय प्रभाव निम्नलिखित हैं:

  • ऊर्जा की खपत: घर्षण के कारण ऊर्जा की खपत बढ़ जाती है, जिससे अधिक जीवाश्म ईंधन का उपयोग होता है और पर्यावरणीय प्रदूषण बढ़ता है।
  • उपकरणों की टिकाऊपन: घर्षण के कारण उपकरण और मशीनरी जल्दी घिस जाते हैं, जिससे उन्हें बार-बार बदलना पड़ता है। इससे अपशिष्ट बढ़ता है और पर्यावरणीय समस्या उत्पन्न होती है।
  • स्नेहक का प्रभाव: स्नेहकों का उपयोग करके घर्षण को कम किया जाता है, लेकिन इनका अति प्रयोग पर्यावरणीय हानि का कारण बन सकता है। स्नेहक का रिसाव जल और मिट्टी को प्रदूषित कर सकता है।

घर्षण का भविष्य :तकनीकी विकास के साथ, घर्षण का अध्ययन और उसका प्रबंधन अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है। कुछ भविष्य की दिशाएं निम्नलिखित हैं:

  • नए स्नेहकों का विकास: पर्यावरण के अनुकूल और उच्च प्रभावशीलता वाले स्नेहकों का विकास किया जा रहा है, जो घर्षण को कम करते हैं और पर्यावरणीय हानि को न्यूनतम रखते हैं।
  • नैनो टेक्नोलॉजी: नैनो टेक्नोलॉजी का उपयोग करके अत्यंत छोटी सतहों पर घर्षण का प्रबंधन किया जा रहा है। इससे मशीनों की दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा हानि को कम करने में मदद मिल रही है।
  • सतह इंजीनियरिंग: सतहों की संरचना को बदलकर और नए पदार्थों का उपयोग करके घर्षण को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे उपकरणों की उम्र बढ़ाई जा सकती है और ऊर्जा की बचत की जा सकती है।

निष्कर्ष

घर्षण एक जटिल और महत्वपूर्ण बल है जो हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करता है। Bihar board class 8 science chapter 6 notes में, घर्षण के विभिन्न पहलुओं को विस्तृत रूप से समझाया गया है। इस अध्याय के माध्यम से, छात्र घर्षण की मूलभूत अवधारणाओं, उसके लाभों और हानियों,

और उसके प्रबंधन के तरीकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। घर्षण का अध्ययन और उसका प्रबंधन तकनीकी विकास के साथ और भी महत्वपूर्ण होता जा रहा है, जिससे हमारे जीवन में इसकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

Solutions Class 8 Vigyan Bihar Board समाधान हिंदी में

क्र० स ०अध्याय का नाम
1.दहन एवं ज्वाला चीजों का जलना
2.तड़ित एवं भूकम्प : प्रकुति के दो भयानक रूप
3.फसल : उत्पादन एवं प्रबंधन
4.कपड़े / रेशे तरह-तरह के
5.बल से ज़ोर आजमाइश
6.घर्षण के कारण
7.सूक्ष्मजीवों का संसार
8.दाब एवं बल का आपसी सम्बन्ध
9.इंधन : हमारी जरुरत
10.विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
11.प्रकाश का खेल
12पौधों एवं जन्तुओं का संरक्षण : (जैव विविधता)
13.तारे और सूर्य का परिवार
14.कोशिकाएँ : हर जीव की आधारभूत संरचना
15.जन्तुओं में प्रजनन
16.धातु एवं अधातु
17.किशोरावस्था की ओर
18ध्वनियाँ तरह-तरह की
19.वायु एवं जल-प्रदूषण की समस्या

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