विज्ञान में, पदार्थ वह है जिससे कोई भी वस्तु बनी होती है। इस अध्याय में, हम पदार्थों के विभिन्न रूपों, उनके गुणों और वर्गीकरण के बारे में अध्ययन करेंगे। Class 9 science chapter 1 notes in hindi “हमारे आस-पास के पदार्थ” इसी विषय को विस्तार से समझाता है।
हमारे चारों ओर कई प्रकार के पदार्थ होते हैं जो विभिन्न गुणों और अवस्थाओं में पाए जाते हैं। ये पदार्थ ठोस, द्रव और गैस तीन अवस्थाओं में हो सकते हैं।
हमारे आस-पास के पदार्थ notes – BSEB Class 9 science chapter 1 notes in hindi
पदार्थ (Matter) वह कुछ भी है जो द्रव्यमान रखता है और स्थान घेरता है। इसका अर्थ यह है कि हमारे आस-पास जो भी चीजें हैं – जैसे हवा, पानी, पेड़-पौधे, और किताबें – सब पदार्थ के विभिन्न रूप हैं। पदार्थ के गुण इसे समझने में मदद करते हैं कि यह कैसे व्यवहार करता है और इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।
पदार्थ के प्रकार:- पदार्थ को सामान्य रूप से तीन प्रमुख अवस्थाओं में विभाजित किया गया है:
ठोस (Solid)
- ठोस पदार्थों का अपना निश्चित आकार और आयतन होता है।
- इनमें कणों के बीच बहुत कम दूरी होती है और वे एक-दूसरे के पास मजबूती से बंधे होते हैं।
- जैसे: लकड़ी, पत्थर, किताबें, आदि।
द्रव (Liquid)
- द्रवों का निश्चित आयतन होता है, लेकिन उनका निश्चित आकार नहीं होता। वे जिस बर्तन में रखे जाते हैं, उसका आकार ले लेते हैं।
- इनके कणों के बीच दूरी ठोस की तुलना में अधिक होती है, लेकिन वे आपस में थोड़े कमजोर रूप से बंधे होते हैं।
- जैसे: पानी, दूध, तेल, आदि।
गैस (Gas)
- गैसों का न तो निश्चित आकार होता है और न ही निश्चित आयतन। वे पूरे स्थान में फैल जाती हैं।
- इनके कणों के बीच की दूरी बहुत अधिक होती है और वे स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं।
- जैसे: हवा, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, आदि।
पदार्थ के गुण:- पदार्थ के विभिन्न गुण होते हैं जो उसे पहचानने और समझने में मदद करते हैं। मुख्य गुण निम्नलिखित हैं:
- द्रव्यमान (Mass):
- पदार्थ की कुल मात्रा को द्रव्यमान कहा जाता है।
- आयतन (Volume):
- पदार्थ द्वारा घेरा गया स्थान उसका आयतन कहलाता है।
- घनत्व (Density):
- घनत्व पदार्थ के द्रव्यमान और उसके आयतन के बीच के अनुपात को कहते हैं। इसका सूत्र है:
घनत्व=द्रव्यमान/आयतन
पदार्थ के गुणों पर निर्भरता:- पदार्थ का व्यवहार और उसके गुण भौतिक (Physical) और रासायनिक (Chemical) गुणों पर आधारित होते हैं:
भौतिक गुण (Physical Properties)
- भौतिक गुण वह होते हैं जो पदार्थ की बाहरी संरचना को प्रभावित करते हैं, जैसे:
- रंग, गंध, घनत्व, गलनांक, क्वथनांक, आदि।
- उदाहरण: बर्फ पिघलने पर पानी बनती है, यह एक भौतिक परिवर्तन है।
रासायनिक गुण (Chemical Properties)
- रासायनिक गुण वे होते हैं जो पदार्थ की आंतरिक संरचना को बदलते हैं।
- इसमें पदार्थ के किसी अन्य पदार्थ के साथ अभिक्रिया करने की क्षमता शामिल होती है, जैसे जलना, जंग लगना, आदि।
- उदाहरण: लोहा जंग खाने पर लोहा ऑक्साइड में बदलता है।
पदार्थ के वर्गीकरण के आधार:- पदार्थ को विभिन्न वर्गों में बांटा जा सकता है:
शुद्ध पदार्थ (Pure Substances):
- शुद्ध पदार्थ वे होते हैं जिनमें केवल एक ही प्रकार का कण होता है और उसमें कोई मिलावट नहीं होती।
- शुद्ध पदार्थ को आगे दो प्रकारों में विभाजित किया गया है:
- तत्व (Elements): जो रासायनिक रूप से सरल होते हैं और उन्हें और छोटे भागों में विभाजित नहीं किया जा सकता। उदाहरण: सोना, ऑक्सीजन।
- यौगिक (Compounds): ये वे पदार्थ होते हैं जो दो या दो से अधिक तत्वों के रासायनिक संयोजन से बने होते हैं। उदाहरण: पानी (H₂O), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)।
अशुद्ध पदार्थ (Impure Substances):- वे पदार्थ जिनमें विभिन्न प्रकार के कण होते हैं और ये मिश्रण कहलाते हैं।
मिश्रणों को दो प्रकारों में बांटा जा सकता है:
- समांगी मिश्रण (Homogeneous Mixture): इन मिश्रणों में सभी घटक एक समान रूप से वितरित होते हैं। उदाहरण: चीनी का पानी।
- विषमांगी मिश्रण (Heterogeneous Mixture): इन मिश्रणों में सभी घटक समान रूप से वितरित नहीं होते। उदाहरण: रेत और पानी।
पदार्थों का पृथक्करण:- अशुद्ध पदार्थों से शुद्ध पदार्थ प्राप्त करने के लिए पृथक्करण (Separation) की विभिन्न विधियाँ अपनाई जाती हैं:
वाष्पीकरण (Evaporation):
- यह विधि द्रव मिश्रण से ठोस घटक को पृथक करने के लिए उपयोग की जाती है।
- उदाहरण: समुद्र के पानी से नमक निकालना।
निस्यन्दन (Filtration):
- निस्यन्दन विधि का उपयोग ठोस और द्रव के मिश्रण को अलग करने के लिए किया जाता है।
- उदाहरण: चाय से पत्तियाँ छानना।
चुंबकीय पृथक्करण (Magnetic Separation):
- इस विधि में चुंबकीय गुण वाले पदार्थों को अन्य पदार्थों से पृथक किया जाता है।
- उदाहरण: लोहे के टुकड़ों को कचरे से अलग करना।
अवसादन और अपकेंद्रण (Sedimentation and Centrifugation):
- अवसादन में ठोस कण द्रव के नीचे बैठ जाते हैं और ऊपर का साफ द्रव अलग कर लिया जाता है।
- अपकेंद्रण में तेजी से घुमाने पर भारी कण नीचे की ओर और हल्के कण ऊपर की ओर चले जाते हैं।
पदार्थ का भौतिक और रासायनिक परिवर्तन
भौतिक परिवर्तन (Physical Change):
- जब पदार्थ की बाहरी संरचना में बदलाव होता है, पर उसकी आंतरिक संरचना वही रहती है, तो इसे भौतिक परिवर्तन कहते हैं।
- उदाहरण: पानी का बर्फ बनना या बर्फ का पानी में बदलना।
रासायनिक परिवर्तन (Chemical Change):
- जब पदार्थ की आंतरिक संरचना में बदलाव होता है और एक नया पदार्थ बनता है, तो इसे रासायनिक परिवर्तन कहते हैं।
- उदाहरण: कागज का जलना, लोहे का जंग खाना।
निष्कर्ष
Class 9 science chapter 1 notes in hindi “हमारे आस-पास के पदार्थ” हमें यह समझाता है कि पदार्थ के विभिन्न रूप, गुण और उनका वर्गीकरण विज्ञान के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। पदार्थ की अवस्थाओं और उनके गुणों को समझकर हम भौतिक और रासायनिक परिवर्तनों के सिद्धांतों को जान सकते हैं। साथ ही, पदार्थों को पृथक करने के विभिन्न तरीकों के बारे में भी जानना हमें रोजमर्रा के जीवन में काम आने वाली प्रक्रियाओं को समझने में मदद करता है।